शनिवार, 27 दिसंबर 2014

संटुआ कहिन ६ - नाथूराम गोडसे या नाथूराम से GOD ?


रे संटुआ, मुंहझौसा, कुकराहा इ का कर रहा है रे..देखि त इ पगलबा कए, रे महावीर जी के तोती माला जइसन इ रुपया सब काहे छींट रहा है रे। का बोला इ रुपया
कोनो काम का नहीं है, तोरा रुपया मंदिर में दान करना है। रे मुंहझौसा, कुकराहा त रुपया कोनो नकली हउ जे तू ऐसे देख देख कए छींट रहा है। देखतो हम को तो सब असली लग रहा है, गांधी बाबा भी साफ साफ दिख रहे हैं। का बोला गांधी बाबा वाला फोटो नहीं चलेगा उ मंदिर में..रे मुंहझौसा, कुकराहा तोरा लेल का सरकार एक टका छाप देगी आ तू नत्थीं वाला रुपये नत्थूे के मंदिर में दान करेगा..भागता है यहां से..इतना ठंड है और चाह बनाने की जगह कचडा लगा रहा है..भागता है रे, फेसबुक बंद कर...।

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