मंगलवार, 16 दिसंबर 2014

संटुआ कहिन - ५

रे संटुआ, कहां मर गया इ मुंहझौंसा, किधर गया रे। देख तो इहां का मने मन का बुदबुदा रहा है। का बोला रे तू बुदबुदा नहीं रहा है मन की बात कर रहा है। तू जमीन दान करेगा। हाय रे दैया
इ पगलबा को भूत लग गया है रे दैया। रे संटुआ तू कौन सा जमीन दान करेगा, कहां होउ तोहर जमीन, कितना दान करेगा जमीन...। का बोला उ तोरा नहीं पता है, बस आस्‍था का सवाल होउ..रे कपरझरू, चुपचाप चाह बना नहीं त देखता है झाडू, माथबा स्‍वच्‍छ कर देंगे..का बोला- आर यू सिरियस..हां रे ..भाग इहां से।

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