मंगलवार, 16 दिसंबर 2014

संटुआ कहिन २ - 'कामजादा'

एक सवाल मैं करूं, एक सवाल तुम करो, हर सवाल का सवाल ही जबाव हो... इ रेडियो मोदी और नीरज के घर से तो नहीं उठा लाया है संटुआ, देख त एक ही गीत तखन से सुना रहा है..का बोला टू इन वन है..रेडियो नहीं टेप रिकार्डर बज रहा है..रे कुकराहा तोरा रेडियो लगाने को बोले थे ना, इ टेप काहे लगा के दिया रे..भाग कोनो काम का नहीं है तू..कामजादा कहीं का |

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