मंगलवार, 27 जनवरी 2015

संटुआ - ८

 रे संटुआ, कुकराहा, मुझौसा तोरा कहले रहियो जे गणतंत्र दिवस पैरेड में अपना मोहल्‍ला का झांकी दिखाना है, त काहे नहीं दिखाया रे। का बोला रिजेक्ट हो गया..रे कपरझरू तोरा बोलले रहियो कोनो एतिहासिक महानायक पर झांकी बनाना है, तू बना दिया होगा कोनो फालतू बिषय पर..का बोला विषय गडबड नहीं था, चुनाव अधिकारी गडबड था, रे पगलबा तू अब मार खायेगा, देखता है झारू उतार देंगे आज तोहर भूत हम..का बोला, तोतला के कारण छंटा गया तोहर झांकी, रे सच सच बता मामला की हउ..का बोला तू आर्यभट पर झांकी बनाया था आ अच्छेलाल जी का तोतला नौकर जाकर कह दिया कि आलिया भट पर तुम झांकी बनाया है..रे संटुआ तोहर गौर कहां हउ..भागता है इहां से..चल चाह बना। का बोला तू कुछो बन जायेगा चाह बनाना नहीं छोड सकता।

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